बहुत छानी ख़ाक सड़क की घर में अब बसर करते हैं! बहुत छानी ख़ाक सड़क की घर में अब बसर करते हैं!
पूर्वजों से सुना था किसी का जीवन बचाने हेतु झूठ बोलना कतई पाप नही कहलाता! पूर्वजों से सुना था किसी का जीवन बचाने हेतु झूठ बोलना कतई पाप नही कहलात...
पन्नों पर लिखता रहा जब भी ख्याल आया पन्नों पे उसकी कहानियां लिखता रहा। पन्नों पर लिखता रहा जब भी ख्याल आया पन्नों पे उसकी कहानियां लिखता रहा।
कब आकर खटखटाओगे कब फिर सतरंगी सपने सजाओगे कब आकर खटखटाओगे कब फिर सतरंगी सपने सजाओगे
कब तक रहूँ मैं कुएँ में , मैं तो नदियों की मछली हूँ। कब तक रहूँ मैं कुएँ में , मैं तो नदियों की मछली हूँ।
पतझड़ की हर आहट पर क्यों द्वार बंद करते हो पतझड़ की हर आहट पर क्यों द्वार बंद करते हो